भारत विकास परिषद शाखा लालसोट द्वारा एनीमिया मुक्त भारत अभियान में खण्ड स्तर पर विभिन्न विद्यालयों में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में विद्यालयों की मुख्य रूप से कक्षा 8 से 12 तक की 9 स्कूलों में कुल 1027 छात्राओं का हीमोग्लोबिन स्तर जांचा गया।
शिविर का आयोजन भारत विकास परिषद शाखा लालसोट द्वारा स्वास्थ्य पहल मिशन के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य लड़कियों में एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समय पर इलाज सुनिश्चित करना है।शाखा के सेवा गतिविधि संयोजक लोकेंद्र जैन ने बताया कि एनीमिया एक गंभीर समस्या है जो लड़कियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। उन्होंने बताया कि हीमोग्लोबिन की कमी के कारण थकान, कमजोरी और पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
शिविर में, स्वास्थ्यकर्मियों ने छात्राओं के हीमोग्लोबिन स्तर की जांच की और उन्हें एनीमिया से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी। जिन छात्राओं में हीमोग्लोबिन का स्तर कम पाया गया, उन्हें आयरन तथा फोलिक एसिड की गोलियां और पोषण संबंधी सलाह दी गई। शिविर में उपस्थित डॉ अनुराग देमन ने बताया कि एनीमिया से बचने के लिए, लड़कियों को अपने खानपान में हरी सब्जियां, फल और आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
इस शिविर के माध्यम से लड़कियों को एनीमिया के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी विष्णु अग्रवाल ने बताया कि राजकीय बा उ मा वि लालसोट में 217,
राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय महाराजपुरा तलाव गांव में 150,राजकीय बा उ मा वि बगड़ी में 99,राजकीय उ मा वि मिर्जापुरा में 73,राजकीय उ मा वि कल्याणपुरा में 73,राजकीय उ मा वि भेरूवास में 132,राजकीय उ मा वि डिडवाना में 163,राजकीय उ मा वि बगड़ी में 50,आदर्श विद्या मंदिर लालसोट में 70 छात्र-छात्राओं का एनीमिया परीक्षण किया गया।