संस्कृत एवं भारतीय ज्ञान परंपरा पर विचार गोष्ठी का आयोजन
राजेश पायलट राजकीय महाविद्यालय में संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत आज 8 अगस्त को संस्कृत एवं भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया l इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के हिंदी विभाग के सह आचार्य श्री हनुमान प्रसाद मीना ने संस्कृत के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय संस्कृति और संस्कारों का ज्ञान संस्कृत भाषा से ही होता है तथा हिन्दी विभाग के ही सहायक आचार्य श्री रामभरोसी बैरवा ने संस्कृत भाषा के भाषा विज्ञान की दृष्टि से भाषा वैज्ञानिक महत्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला l कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो सुभाष पहाड़िया ने बताया कि संस्कृत को केवल रोजगार प्रदान करने वाली भाषा के रूप में ही नहीं देखना चाहिए बल्कि अपनी संस्कृति और स्वाभिमान के लिए भी इसका अध्ययन और अध्यापन करना चाहिए l मंच का संचालन करते हुए संस्कृत के सहायक आचार्य डॉ मोहनलाल खटीक ने संस्कृत साहित्य के वैदिक साहित्य एवं लौकिक साहित्य पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला l छात्रों में गोलू कुमार योगी एवं दिलराज गुर्जर ने भी संस्कृत भाषा पर अपने विचार रखें l इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो सुभाष पहाड़िया , श्री हनुमान प्रसाद मीना, डॉ जितेंद्र कुमार बैरवा, श्रीमती प्रिया भारती शर्मा, श्री लोकेश कुमार मीना, श्रीमती साक्षी मीना, श्री राकेश कुमार मीना, श्रीमती कांता मीना, भारती चतुर्वेदी, गायत्री पांडिया, श्री देवेन्द्र सिंह राजावत, शिवनारायण मीना, इमरान खान, राजेंद्र मालिया, राकेश पहाड़िया, मोहनलाल सैनी, बाबूलाल सैनी, राजेश बैरवा ,शेर सिंह मीना आदि अधिकारी एवं कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे l